स्कूल प्रिंसिपल संदेश

श्री वाय.के. सोलंकी

बच्चे खेतों में उगाई जाने वाली फसलें हैं जिनकी पैदावार करने के लिए राष्ट्र को खुद को बनाए रखना पड़ता है। राष्ट्रों के भविष्य की नींव उन पर बनी है। वे राष्ट्रीय वृक्ष की जड़ें हैं जिन्हें अगली पीढ़ी को काम, पूजा और ज्ञान का फल देना है। बच्चों के पास प्रगति के लिए राष्ट्र को साथ लेकर चलने के लिए कई मील हैं।
देश के भविष्य को ढालने के लिए जिम्मेदार तीन मुख्य व्यक्ति हैं-पिता, माता और शिक्षक।